साइबर अपराध के आरोप में इंजीनियरिंग छात्र गिरफ्तार, फ्रॉड के पांच मामलों का खुलासा

Engineering student arrested on charges of cyber crime, five cases of fraud revealed

पटना: बिहार में साइबर अपराध की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पुलिस इस पर अंकुश लगाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के छतौनी थाना क्षेत्र से एक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के छात्र को साइबर धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छतौनी थाना के बरियारपुर से हर्ष कुमार नामक युवक को गिरफ्तार किया। हर्ष पश्चिमी चंपारण जिले के मझौलिया का रहने वाला है, और यहां आकर रह रहा था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार युवक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग का छात्र है, जो कई माध्यमों से ऑनलाइन ठगी करता था।

कैसे करता था ठगी?
सूत्रों के अनुसार, हर्ष कुमार मुख्य रूप से कस्टम में पकड़े गए सामान को लेकर टेलीग्राम पर फर्जी विज्ञापन बनाकर और प्रीपेड ऑर्डर का झांसा देकर लोगों से पैसे की ठगी करता था। जब लोग ऑर्डर के बारे में पूछते, तो वह पेमेंट फेल होने या जीएसटी के नाम पर अतिरिक्त पैसे की मांग करता था।

इसके अलावा, हर्ष पर आरोप है कि उसने टेलीग्राम पर पायरेटेड मूवी डाउनलोड करने का एक ग्रुप बनाया और इसके माध्यम से ट्रोजन वायरस युक्त एपीके भेजकर लोगों के मोबाइल हैक करता था। फ्रॉड के पैसे बचाने के लिए वह इन पैसों को दुकानों और व्यवसायियों के स्कैनर पर भेजता था, जिसके कारण कई व्यवसायियों के खातों को फ्रीज कर दिया गया था।

पुलिस ने बरामद किए मोबाइल और सीम कार्ड
मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि गिरफ्तार युवक के पास से एक रियलमी का एंड्रॉयड मोबाइल बरामद हुआ है, जिसमें आरोपी द्वारा बनाए गए टेलीग्राम ग्रुप मौजूद हैं। दूसरा मोबाइल, जो वीवो का है, ट्रोजन वायरस युक्त पाया गया है। इसके अलावा, पुलिस ने पांच फ्रॉड मामलों को अंजाम देने में उपयोग किए गए तीन सीम कार्ड भी बरामद किए हैं।

यह गिरफ्तारी बिहार में बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति पुलिस की सख्त कार्यवाही की एक मिसाल है, और इससे साइबर धोखाधड़ी से बचाव के लिए और भी सख्त कदम उठाने की आवश्यकता सामने आई है।

ये खबरें भी अवश्य पढ़े

Leave a Comment